जग में सबसे
प्यारी माँ,
सब दुनिया से
न्यारी माँ |
हर सुख हमको देती
माँ,
दुःख सारे हर
लेती माँ ||
नैतिकता सिखलाती माँ,
राह सरल बनाती माँ |
पथ में
शूल यदि आ जाये,
पुष्प उसे बना दे माँ ||
कर्मठता की आधार
शिला,
रैन दिवस का सार छिपा |
अमावस में है ज्योत
सामान,
कड़ी धूप में शीतल
छाहँ ||
माँ ये तेरी ही महिमा है,
आज मुझे जो आधार मिला |
यह जीवन अब तुम्हें समर्पित,
देव तुल्य तुम हुईं अवतरित ||
-यशिका पाठक
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